भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी शपथ ग्रहण समारोह के लिए मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुज्जु को आमंत्रित किया गया है। यह समारोह 9 जून 2024 को नई दिल्ली में आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रपति मुज्जु के आमंत्रण को द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
संबंधों की मजबूती
भारत और मालदीव के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ और मित्रतापूर्ण संबंध रहे हैं। दोनों देशों के बीच सहयोग समुद्री सुरक्षा, व्यापार, निवेश, पर्यटन, और शिक्षा जैसे विभिन्न क्षेत्रों में जारी है। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुज्जु की मुलाकात से इन संबंधों को और मजबूती मिलने की उम्मीद है।
महत्वपूर्ण कदम
मालदीव के राष्ट्रपति को प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित करना एक महत्वपूर्ण कूटनीतिक कदम है। यह न केवल दोनों देशों के बीच के संबंधों को प्रगाढ़ करता है, बल्कि दक्षिण एशिया में क्षेत्रीय सहयोग को भी बढ़ावा देता है। इसके साथ ही, यह आमंत्रण भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति के तहत अन्य देशों के साथ मजबूत संबंध बनाने की दिशा में एक और प्रयास है।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएं
इस आमंत्रण पर भारतीय राजनीतिक और कूटनीतिक हलकों में सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के उच्च-स्तरीय दौरे से दोनों देशों के बीच विश्वास और सहयोग में वृद्धि होगी। वहीं, मालदीव के राष्ट्रपति मुज्जु ने भी इस आमंत्रण को स्वीकार करते हुए इसे दोनों देशों के बीच संबंधों को मजबूत बनाने का एक उत्कृष्ट अवसर बताया है।
मालदीव के राष्ट्रपति का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया जाना द्विपक्षीय संबंधों के लिए एक महत्वपूर्ण घटना है। यह कदम दोनों देशों के बीच सहयोग और समझ को बढ़ावा देने में सहायक साबित होगा।