कई एजेंसियां कहती हैं कि विधानसभा चुनाव लड़ना है तो इसमें करोड़ों रुपए खर्च करने पड़ते है, लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है अगर आप भी विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते है और आपके पास ज्यादा बजट नहीं है तो आप मात्र ₹10 हजार रूपये से चुनाव लड़ सकते है।
जो व्यक्ति विधानसभा चुनाव लड़ना चाहते है उनके लिए भारतीय इलेक्शन कमीशन ने सिर्फ ₹10 हजार रूपये नामांकन शुल्क रखा है। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के उम्मीदवारों के लिए तो इसमें 50% की छूट भी मिल जाती है। इतनी सी शुल्क जमा करके हर व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है।
सोशल मीडिया इसमें आपकी और मदद कर देगा
वैसे तो चुनाव प्रचार करना बहुत महंगा होता है, लेकिन सोशल मीडिया इसमें आपकी मदद करेगा। पहले चुनावी सभा और विज्ञापन पर करोडो खर्च होते थे। लेकिन आपको प्रचार में इतने पैसे खर्च नहीं करने है। ना तो आपको आम सभाएं करनी है और ना ही गली गली में वाहनों से प्रचार करना है।
अगर आपके पास अपने क्षेत्र के लिए कोई दमदार मुद्दा है या आप जनता की सेवा करना चाहते है या आम लोगों के छोटे छोटे मुद्दे जो दूसरे दल समाधान नहीं कर पा रहे है और वो आप कर सकते है तो सोशल मीडिया पर ये वीडियो डालकर आप वायरल हो सकते है। अगर 10-१५ हजार रूपये आपके पास और है तो आप अपने एरिया में सोशल मीडिया के माध्यम से बहुत ही छोटे बजट में लाखो लोगो के मोबाइल तक पहुंच सकते है।
किस चुनाव में कितनी जमानत राशि देनी होती है ?
लोकसभा चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने सामान्य वर्ग के उम्मीदवार के लिए जमानत राशि 25 हजार रुपये तय की है और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए यह शुल्क 12 हजार 500 रुपये तय की गयी है। वही विधानसभा चुनाव की बात करे तो सामान्य वर्ग के उम्मीदवार के लिए 10 हजार रुपये और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए 5 हजार रुपये राशि तय की गयी है। चुनाव आयोग ने पिछड़ा वर्ग एवं EWS वर्ग के उम्मीदवारों को इसमें छूट नहीं दी है।